तुलसी के फायदे
प्रकृति की खूबसूरती बढ़ाने में जहां पेड़ पौधे अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं वहीं दूसरी तरफ़ कई रोगों से लड़ने के लिए औषधि का भी काम करते हुए स्पष्ट रूप से देखा खा सकता है,इस तरह से अगर देखा जाए तो प्रकृति का आपस में बेहद जुड़ाव है कहीं ना कहीं यही सकारात्मक पहलू भी है।
इसी क्रम में आज जिस पौधे की बात हम कर रहे हैं उसे औषधियों की रानी कहा जाता है,जिसकी विशेषता निश्चित ही कई रोग के इलाज में देखी जाती है,तुलसी के पत्ते और फूलों में कई तरह के रासायनिक तत्व पाए जाते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाते हैं,तुलसी शरीर के अंदरूनी और बाहरी दोनों ही रूप में फायदेमंद है यही नहीं इसकी ख़ास बात ये है कि ये व्यक्ति की तासीर के अनुसार काम करती है।
हिन्दू धर्म एवं आयुर्वेद में तुलसी के पत्ते अथवा पौधे की विशेष मान्यता है ,हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे को ईश्वर का रूप भी माना जाता है और एक निश्चित समय पर पूजा भी की जाती है, अगर आयुर्वेद के दृष्टिकोण से देखें तो तुलसी के पत्ते से कई रोग का इलाज सफलतापूर्वक किया जाता है।
तुलसी को उसकी विशेषता के अनुसार पांच भागों में बांटा गया है:
१.राम तुलसी
२.श्याम तुलसी
३.श्वेत तुलसी
४.वन तुलसी
५.नींबू तुलसी
इन सभी प्रकार के तुलसी के अनेकों फायदे हैं, स्वास्थ्य की दृष्टि से भी तुलसी को इम्यूनिटी बूस्टर कहा जाता है।
तुलसी के फायदे:
-विटामिन ए, बी ,सी और के
-कैल्शियम
-आयरन
-ज़िंक
-मैग्नीशियम
-ओमेगा – ३
-क्लोरोफिल
एक स्वस्थ्य शरीर को इन सभी तत्व की ज़रूरत होती है या हम ये भी कह सकते हैं किसी रुग्ण शरीर को भी स्वस्थ्य करने के लिए इन सभी तत्व की आवश्यकता होती है।
अब देखते हैं इस सभी तत्व की मौजूदगी किस तरह के बीमारियों से हमारी रक्षा करती है :
स्किन इन्फेक्शन
सर्दी – खांसी
तनाव
अनियमित पीरियड्स
पेट सम्बंधित बीमारी
तुलसी की तासीर हालांकि थोड़ी गर्म होती है इसलिए गर्मी में इसके अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए,वहीं जो डायबिटीज़ जैसे रोग की दवा ले रहे हों उन्हें तुलसी का सेवन नहीं करना चाहिए।
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